बेदिका
https://www.youtube.com/watch?v=vaPmLuG-5eY&feature=youtu.be
https://www.youtube.com/watch?v=Y2jSxmBeKiU&list=PLNgM-y3XEcg2glhWjbDbjMD_RVxUkGlPA&index=3
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बेदिका
बे - बेशक़ महान आध्यात्म की तुम मूर्ति हो A
हे ee~ प्राणप्यारी बेदिका !
सती , सीता , सावित्री समवेत अनसुया की अनुपम कथा तुम्हारी प्रज्ञा से प्रवाहित होती है A
सात्विकता , सदाचार , शील , मर्यादा की गरिमा की गंगा तुम से ही प्रवाहित होती है AA
बेहद तुमको प्यार करता हूँ मैं सादगी की सरिता सिर्फ़ तुमको ही मानकर A
शीलवती तुम सम नहीं संसार के यथार्थ में प्रतिपल प्रमुदित हुआ मैं यह जानकर AA
दि - दिल में मेरे जब तुम्हारा अधिकार हुआ A
मेरे तापस जीवन में izlUurk का संचार हुआ AA
शैशवकाल से मैं विरक्त था दाम्पत्य से था मेरा शत्रुता का सिद्धान्त A मैंने जब पाया तुम्हारा सदगुण समुद्र पुनः मेरे दिल में बना दाम्पत्य से मित्रता का सिद्धान्त AA
तुम्हारे दिल की दरिया में वैराग्य मेरा दूर हुआ A
तुम्हारे साथ दाम्पत्य जीवन का आशा मुझे भरपूर हुआ AA
का - कामना करता मैं प्रतिपल तुम्हारी सादगी , सदाचार , शील सह सात्विकता का जन्म - जन्म साधना करूँ A
लोक कल्याण के कार्य में सिर्फ़ अपना दायित्व का निष्काम भक्ति से आराधना करूँ AA
कारण कार्य व्यवस्था का सृष्टि संसार है A
सदगुरु कबीर का अमृत वाणी मेरा जीवन आधार है AA
काशी का सदगुरु कबीर था तुम भी हो काशी की A
हे ee~ प्राणप्यारी बेदिका ! तुम दिव्य प्रतिमा हो अविनाशी की AA
अपील
सम्पूर्ण ब्रहमाण्ड के मानवता प्रेमी मित्रों !
मैं राज कुमार पासवान
[ आधार क्रमांक :
430743805493 ]
समस्त वैश्विक नागरिकों से विनम्र प्रार्थना करता हूॅं कि उपरोक्त कविता में अभिव्यक्त मेरे तापस जीवन के यथार्थ का अनुभव करें । मैं अपनी सहपाठी सुश्री बेदिका प्रकाश से बहुत प्यार करता हूॅं तथा वह भी मुझसे बहुत प्यार करती है । पारस्परिक सहमति से हम दोनों माननीय न्यायालय में " विशेष विवाह अधिनियम , 1954 ईस्वी " के अन्तर्गत विवाह करना चाहते हैं ।अनेक षड्यन्त्रों के कारण हम दोनों वर्षों से मुलाकात नहीं कर सके हैं । बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से वर्ष 2004 ईस्वी में मेरी सहपाठी सुश्री बेदिका प्रकाश ने स्नातक के तत्पश्चात् सत्र: 2004 - 2006 ईस्वी में हिन्दी विभाग दक्षिणी परिसर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर हिन्दी पत्रकारिता [ P . G . D . J . ] प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया है
। इस ऐतिहासिक तथ्य के आधार पर यदि किसी भी व्यक्ति को मेरी सहपाठी सुश्री बेदिका प्रकाश से परिचय प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से है
तो तत्काल मुझे ईमेल : HELP8POOR@GMAIL.COM तथा
MOBILE NO . 09811464159 पर सूचना दें ।
उपरोक्त कविता के साथ ही आप सभी मेरा आधार पहचान पत्र तथा आयकर विभाग का पहचान पत्र तथा ब्लॉग के आडियो क्लिप लिंक के द्वारा पारदर्शिता तथा प्रमाणिकता का अनुभव कर सकते हैं
। इसके साथ ही निम्नलिखित मेरे दोनों स्वहस्तलिखित पत्रों को पढ़कर आप सभी मेरा तथा मेरी सहपाठी सुश्री बेदिका प्रकाश के अश्रुमय जीवन संघर्ष के महागाथा को अत्यधिक सार संक्षेप में समझ सकते हैं : -
“ HAPPY
NEW YEAR 2020
”
https://twitter.com/RAJKUMARKABIR
https://www.youtube.com/watch?v=E8maItAxR4g&list=PLNgM-y3XEcg1RtG442Kl7875Uf0wzYoTn&index=3
https://www.youtube.com/watch?v=HRzuIO2cz0g
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